आज हम सुरती घरी (Ghari) किसी भी त्यौहार या खास मौके पर बनाने जा रहे हैं। यह सूरत की पारंपरिक मिठाई है। इसे बनाने की विधि बहुत ही आसान है और यह जल्दी से बनकर तैयार हो जाता है। मावा और मेवे की स्टफिंग से भरी यह मिठाई खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होती है। तो आप भी बनाएं यह स्वादिष्ट मिठाई और इसके स्वाद का लुत्फ उठाएं।

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Surti Ghari Recipe
सुरती घरी के लिए सामग्री | Ingredients for Surti Ghari
आटे के लिए | For Dough
- मैदा – 1.25 कप (150 ग्राम)
- घी – देसी घी – 1 टेबल स्पून
भराई के लिए | For Stuffing
- मावा – 1 कप (250 ग्राम) | Mawa
- बेसन – बेसन – 2 टेबल स्पून (20 ग्राम) | Chickpea Flour
- घी – देसी घी – 1 टेबल स्पून | Desi Ghee
- बादाम पाउडर – ¼ कप (30 ग्राम) | Almond Powder
- पिस्ता पाउडर – ¼ कप (30 ग्राम) | Pistachio Powder
- 20-25 – केसर के धागे दूध में भीगे हुए | Saffron Threads soaked in Milk
- इलाइची – ½ छोटी चम्मच, दरदरी कुटी हुई | Cardamom
- चीनी पाउडर – 1 कप थोड़ी कम | Sugar Powder
लेप के लिए | For Coating
- घी – देसी घी – 4 बड़े चम्मच
- चीनी पाउडर – ½ कप
स्टफिंग बनाने की प्रक्रिया | Process of making Stuffing
कढ़ाई में 250 ग्राम मावा तोड़ कर डाल दीजिये। इसे मध्यम आंच पर लगातार चलाते हुए भून लें। जब मावा से तेल अलग होने लगे और महक आने लगे तो गैस बंद कर दें और मावा को निकाल लें। पैन में 1 टेबल स्पून घी डाल कर गरम कीजिये। गरम घी में 2 टेबल स्पून बेसन डालिये और मध्यम आंच पर लगातार चलाते हुए भून लीजिये।

इसे बेसन के हल्का ब्राउन होने तक भूनना है। बेसन के भुनने पर इसमें ¼ कप बादाम पाउडर और ¼ कप पिस्ता पाउडर डाल कर चमचे से चलाते हुये मिला दीजिये। फिर इन्हें 1 मिनिट तक भूनिये, भूनने के बाद इसमें मावा डाल कर मिला दीजिये। फिर इसमें केसर वाला दूध (20-25 केसर के धागे 1 छोटी चम्मच दूध में भीगे हुए) डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लीजिए।
फिर इसमें आधी छोटी चम्मच बारीक़ कुटी इलायची डालकर अच्छी तरह मिला लीजिए। इन्हें मिलाकर ठंडा होने के लिए रख दें। ठंडा होने पर इसमें 1 कप से थोड़ा सा कम पाउडर चीनी डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लीजिए।

आटा बनाने की प्रक्रिया | Process of making the Dough
एक प्याले में 1.25 कप मैदा ले और 1 टेबल स्पून घी या देशी घी डालिये। अब थोड़ा थोड़ा पानी डालते हुये नरम आटा गूथ ले। गूंथने के बाद इसे आधे घंटे के लिए ढककर रख दें। साथ ही 4 टेबल स्पून घी पिघला कर ठंडा होने के लिए फ्रिज में रख दें।

घड़ी को असेम्बल करने की प्रक्रिया | Process of assembling Ghari
आधा कप लीजिए, इसमें स्टफिंग डाल दीजिए और दबाकर सैट कर दीजिए। जमने के बाद प्याले को उल्टा कर दीजिए और स्टफिंग को झटके से बाहर निकाल लीजिए। घी प्याले के आकार में बाहर आ जायेगा। इसी तरह सारी स्टफिंग बनाकर तैयार कर लीजिए।
आटे को हल्का सा मसल कर छोटे छोटे गोले बना लीजिये. एक लोई लेकर उसे गोल करके पेड़े जैसा बना लें। इसे पतला बेल लें और बीच में स्टफिंग रख दें। पूरी को प्लेट में उठाकर बंद कर दीजिये और अतिरिक्त आटे को तोड़ कर हटा दीजिये. फिर इसे दबाकर आकार दें, बाकी को भी इसी तरह इकट्ठा कर लें।
घारी तलने की प्रक्रिया | Process of frying Ghari
कढ़ाई में घी डाल कर गरम कीजिये, घी मध्यम गरम होना चाहिये और आग धीमी-मध्यम होनी चाहिये। एक कढ़ाई को गरम घी में डालिये और कलछी से इस पर घी डालते हुये तलिये। दोनों तरफ से हल्का ब्राउन होने पर इसे निकाल लीजिए। बाकी को भी इसी तरह तल कर तैयार कर लीजिये, सुरती गढ़ी बनकर तैयार हो जायेगी। इन्हें एक प्लेट में रखें और ठंडा होने दें।

ठंडा होने पर ½ कप चीनी के पाउडर में फ्रिज में रखा घी डालकर मिक्स कर दीजिए। फिर इस मिश्रण में एक घड़ी को डुबोकर दोनों तरफ से कोट कर प्लेट में रख लें। सारी घरी को इसी तरह लपेट कर प्लेट में रख लीजिये। इन्हें पिस्ते के कतरन से सजाकर आधे घंटे के लिए फ्रिज में रख दें। फिर इन्हें सर्व करें और इनके स्वाद का लुत्फ उठाएं।

सुझाव | Suggestions
मावा और सूखे मेवे मिलाने के बाद, चीनी पाउडर को पूरी तरह ठंडा होने के बाद डालना है।
आटा न ज्यादा सख्त होना चाहिए और न ज्यादा नरम।
पूरी को समान रूप से बेलना है और गेंदों को ठीक से बंद करना है।
घी तलते समय घी मध्यम गरम और आंच धीमी-मध्यम होनी चाहिए।
तलते समय इसे ज्यादा पलटना नहीं चाहिए और ज्यादा ब्राउन भी नहीं करना चाहिए।
आप घड़ी को घी-शक्कर के मिश्रण से एक तरफ से भी लपेट कर रख सकते हैं।
और देखे: Corn Flour | कॉर्न फ्लोर | Corn Starch | Maize Starch | Indian Cornflour
सुरती घरी का इतिहास क्या है?
सुरति घड़ी! गढ़ी के पीछे एक इतिहास है। 1857 में पूर्णिमा के दिन स्वतंत्रता सेनानी के सैनिकों को अतिरिक्त ताकत प्रदान करने के लिए तात्या टोपे के लिए देवशंकर शुक्ल द्वारा घड़ी तैयार की गई थी जिसे अब चंडी पड़वा के रूप में मनाया जाता है। हालाँकि, अशुभ अवसरों पर भी इसका सेवन किया जाने लगा।
घड़ी का आविष्कार किसने किया था?
देवशंकर शुक्ल
घरी मावा, घी, पूरी बैटर और चीनी से बना एक सुरती व्यंजन है, जिसे सबसे पहले सूरत में देवशंकर शुक्ल ने तात्या टोपे के लिए अपने युद्ध के दौरान स्वतंत्रता सेनानियों को अतिरिक्त ताकत प्रदान करने के लिए आविष्कार किया था।
घड़ी का वर्णन क्या है?
घरी पेस्ट्री, दूध ‘मावा’, घी, पिस्ता से भरपूर अखरोट के मिश्रण और चीनी से बनी होती है। इसे खासतौर पर चंडी पड़वा के त्योहार पर बनाया जाता है। यह एक खराब होने वाला आइटम है और पारगमन में 3 दिनों से अधिक मानक शिपिंग के लिए उपलब्ध नहीं हो सकता है।
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